Syahi Swar

Syahi Prakashan Uddeshya tatha Parichay

                                           उद्देश्य  सभी प्रकार के प्रकाशनों व मुद्रण को आम लोगों तक पहँचाने, मँहगे होते प्रक...

शनिवार, 30 जनवरी 2016

Syahi Prakashan Uddeshya tatha Parichay



                                          





उद्देश्य 
सभी प्रकार के प्रकाशनों व मुद्रण को आम लोगों तक पहँचाने, मँहगे होते प्रकाशन सामग्रियों को सस्ती दरों पर जन सामान्य की पहुँच तक बनाए रखने के लिए इसकी स्थापना हुई। सभी प्रकार के प्रकाशन अभी अनवरत जारी है।ं
स्थापना
स्याही प्रकाशन की स्थापना 2015 में हुई। यहाँ से ‘‘अनिवार्य प्रश्न’’ हिन्दी मासिक, ‘‘विश्व व्राह्मण कोश’’ हिन्दी त्रैवार्षिक, ‘‘काशी प्रांत कोष’’,  ‘‘प्रवासी चेतना’’ जैसे महत्वपूर्ण, बेबाक, निष्पक्ष व उपयोगी प्रकाशन किया जाता है। इसके अतिरिक्त यहाँ से बहुत सारे लेखकों-कवियों-साहित्यकारों की सामान्य कृतियों की ईबुक-बुक(किताब) भी प्रकाशित हुई है। नीचे कुछ ई-पुस्तकों का विवरण आपके लिए दिया जा रहा है।
क्रम संख्या प्रसिद्ध पुस्तक/रचना लेखक/कवि/साहित्यकार संस्करण
1 पानी छतिश कुमार द्विवेदी ‘कुंठित‘ प्रथम 2015
2 मौत की रिहाई डा0 रमाकान्त मिश्र प्रथम 2013
3 प्रोफेसर शर्मा की वापसी डा0 रमाकान्त मिश्र प्रथम 2014
4 प्रेम और विवाह प्रकार एवं परिभाषा छतिश कुमार द्विवेदी ‘कुंठित‘ प्रथम 2015
5 बेहया छतिश कुमार द्विवेदी ‘कुंठित‘ प्रथम 2015
6 गरीबारक्षण आन्दोलन छतिश कुमार द्विवेदी ‘कुंठित‘ प्रथम 2018
7 आह छतिश कुमार द्विवेदी ‘कुंठित‘ प्रथम 2019
8 राममय श्रीमती पूजाश्री प्रथम 2019
9 गित्कार छतिश कुमार द्विवेदी ‘कुंठित‘ प्रथम 2019
       स्याही प्रकाशन से अतिरिक्त सामान्य प्रकाशनों  में फ्लैक्स, पोस्टर, पम्पलेट, रसीदपत्र, ग्लोशाइन बोर्ड, पहचान पत्र, डायरी, सभी प्रकार के आवेदन पत्र/परीक्षा पत्र, प्राॅस्पेक्टस, विजिटिंग कार्ड एवं आईडी कार्ड इत्यादि सभी प्रकार की डिजायन व छपाई भी होती है।
साथ ही जो छूट के पात्र हैं उन साहित्यकारों के विषयों/वस्तुओं का प्रकाशन छूट सहित किया जाता है।

सम्पर्क-
स्याही प्रकाशन व उसकी सेवा से संबन्धित किसी भी जानकारी अथवा अपना कार्य आदेश देने के लिए आप संस्थान से निम्न सम्पर्क पर जुड़ सकते हैं-
9161099088/9696836883 
syahiprakashan@gmail.com

अथवा फार्म को डाउनलोड कर निम्न पते पर भेज सकते हैं।
स्याही प्रकाशन के संस्थापक साहित्यकार, कवि, पत्रकार व संपादक छतिश कुमार द्विवेदी ‘कुंठित‘ जी हैं।

स्याही प्रकान की पहिचान-
सबसे सस्ती दर पर सबसे बढ़िया प्रकाशन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए चन्दौली, वाराणसी व समस्त पूर्वांचल में स्याही प्रकाशन को जाना जाता है।